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Urine infection symptoms in hindi: पेशाब करते समय काफी जलन होना, पेशाब का धीरे-धीरे आना, पेशाब का पूरा न निकलना, पेशाब में खून आना और पेशाब करने का बार-बार मन करना इत्यादि। यह कुछ ऐसे लक्षण हैं जिनसे पता चलता है की व्यक्ति को पेशाब की नली में इन्फेक्शन हो गया है। इस बीमारी के दौरान काफी सारे लोगों को मतली की समस्या भी हो जाती है। कई बार बुखार इत्यादि भी इस समस्या में देखे गए हैं। पेशाब की नली के इन्फेक्शन में काफी दर्द से गुजरना पड़ता है और मन हर समय पेशाब में ही विचलित रहता है।
पेशाब का इन्फेक्शन पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अधिक होने की संभावना रहती है। हर कोई महिला कभी न कभी इस समस्या से जरूर परेशान हुई होगी। इस समस्या का इलाज आप घर पर भी कर सकते हैं। लेकिन अगर आपको ज्यादा दर्द हो रहा है जो की असहनीय है तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। घरेलू उपचार धीरे-धीरे राहत पहुंचाते हैं लेकिन इनका किसी तरह का कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं होता है।
पेशाब की नली में इन्फेक्शन
पेशाब की नली में इन्फेक्शन एक बैक्टीरिया इन्फेक्शन माना जाता है। जब शरीर में उचित मात्रा में पानी या तरल पदार्थों की कमी होने लगती है तो बैक्टीरिया शरीर से बाहर नहीं निकल पाते हैं। जिसकी वजह से यह पेशाब की नली में इकट्ठे होकर इन्फेक्शन को जन्म देते हैं। यह पेशाब की नली के किसी एक हिस्से में इन्फेक्शन फैलाते हैं। अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए तो यह खतरा बन जाता है। इन्फेक्शन धीरे-धीरे गुर्दे की तरफ बढ़ने लगता है और गुर्दे में भी इन्फेक्शन फैलाने लगता है। जिससे गुर्दे फेल होने का खतरा सदैव बना रहता है।
यह संक्रमण महिलाओं में ज्यादातर देखा जाता है। हर 10 में से 9 महिलाओं को यह बीमारी अवश्य होती है। जिसका कारण अपने प्राइवेट पार्ट, वाशरूम इत्यादि की सफाई न करने की वजह से होती है। कई बार यह बैक्टीरिया पेशाब में ही पनप जाते हैं तो कई बार यह बाहर से शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। यह बीमारी महिलाओं को इसलिए होती है क्यूंकि महिलाएं बैठ कर पेशाब करती हैं जिससे जमीन और उनके प्राइवेट पार्ट के बीच बहुत कम अंतर होता है। जिससे बैक्टीरिया आसानी से प्रवेश कर सकते हैं। लेकिन अगर जहाँ पेशाब किया जा रहा हो वह जगह साफ़ सुथरी हो तो यह बीमारी किसी को भी नहीं होगी। कई बार यह समस्या शरीर में पानी की कमी के कारण भी हो जाती है।
पेशाब की नली में इन्फेक्शन के लक्षण – Urine infection symptoms in hindi
१. पेशाब करते समय जलन होना।
२. बार-बार पेशाब आना।
३. पेशाब में खून आना।
४. पेशाब में मवाद का दिखना।
५. एक बार में पेशाब का खुलकर न आना।
६. बार-बार पेशाब का महसूस होना।
७. गन्दा और गहरे रंग का पेशाब आना।
८. पेशाब में बदबू आना।
९. लिंग या योनि में जलन होना।
१०. नाभि के निचले हिस्से में दर्द होना।
११. बुखार आना।
१२. मतली आना।
१३. कमर दर्द होना और अस्वस्थ महसूस करना।
पेशाब की नली में इन्फेक्शन के कारण – Reason for urine infection symptoms in hindi
१. जो लोग पेशाब को काफी देर तक रोककर रखते हैं उन्हें यह समस्या हो सकती है।
२. जिन लोगों को पथरी की समस्या होती है उन्हें भी यह इन्फेक्शन होने की संभावना बनी रहती है।
३. साफ़ सफाई का ध्यान न रखने के कारण भी यह इन्फेक्शन फैलता है।
४. अस्वच्छ शौचालयों का इस्तेमाल करना।
५. आजकल वेस्टर्न टॉयलेट की वजह से यह समस्या काफी हो रही है।
६. असुरक्षित तरीके से योन संबंध बाने के कारण भी यह समस्या होती है।
७. गर्भावस्था के दौरान भी यह इन्फेक्शन होता है।
८. एंटीबायोटिक दवाओं का ज्यादा इस्तेमाल करने के कारण भी यह समस्या होती है।
पेशाब की नली में इन्फेक्शन का इलाज (घरेलू उपचार): Home remedy for urine infection symptoms in hindi
अदरक का प्रयोग करें
अदरक में कई तरह के एंटीबैक्टेरियल गुण पाए जाते हैं जिससे इन्फेक्शन को कम किया जा सकता है और दर्द से भी राहत मिल सकती है।


दहीं का इस्तेमाल करें
पेशाब की नली में इन्फेक्शन होने पर दहीं और छाछ इत्यादि का सेवन करने की सलाह दी जाती है। इससे बैक्टीरिया को शरीर से बाहर निकलने में काफी मदद मिलती है।


क्रेनबेरी का जूस पियें
पेशाब में इन्फेक्शन होने पर इस उपचार को भी महत्त्व दिया जाता है। इससे दर्द और जलन कम करने में मदद मिलती है।


इलायची का सेवन करें
इलायची का सेवन करने से इन्फेक्शन को रोकने में मदद मिलती है। गर्म पानी के साथ आप इसका नियमित इस्तेमाल कर सकते हैं।


नारियल पानी का सेवन करें
नारियल पानी में कई तरह के औषधीय गुण पाए जाते हैं जिससे पेशाब के दौरान होने वाली जलन को कम किया जा सकता है। इसके साथ-साथ यह शरीर में ठंडक भी प्रदान करता है।


खट्टे फलों का सेवन करें
पेशाब में इन्फेक्शन के दौरान खट्टे फलों का सेवन करने से बैक्टीरिया को कम किया जा सकता है। जिससे इन्फेक्शन में काफी राहत मिलती है। इस तरह के फलों में साइट्रिस पाया जाता है जो बैक्टीरिया को खत्म करने में सहायक होता है।


चावल के पानी का सेवन करें
चावल को उबलने के दौरान उसमे जो पानी होता है उसका सेवन करने से भी जलन को कम किया जा सकता है। इसके अलावा भी इससे शरीर में अनेक फायदे होते हैं।


सेब का सिरका
एक गिलास गुनगुने पानी में दो चमच सेब का सिरका मिलकर पीने से भी इन्फेक्शन को कम किया जा सकता है। यह इन्फेक्शन के लिए बहुत कारगर साबित होता है।


आँवले का सेवन करें
आँवला पेशाब के इन्फेक्शन में लाभकारी साबित होता है। इसमें कई तरह के औषधीय गुण पाए जाते हैं जिससे पेशाब के दौरान होने वाली जलन और बैक्टीरिया को कम किया जा सकता है।


ज्यादा पानी पियें
पानी हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होता है। ज्यादातर इस समस्या का निर्माण पानी की कमी के वजह से होता है। अगर शरीर में पानी की मात्रा सही रहेगी तो बैक्टीरिया पेशाब के माध्यम से बाहर निकल जाते हैं। इसीलिए दिन में कम से कम 5 लीटर पानी का सेवन जरूर करना चाहिए।


पेशाब की नली में इन्फेक्शन के दौरान परहेज – Avoidance for urine infection symptoms in hindi
१. अपने प्राइवेट पार्ट को हमेशा साफ़-सुथरा रखें।
२. पेशाब करने के बाद अपने प्राइवेट पार्ट को पानी के साथ अवश्य धोना चाहिए।
३. माहवारी के दौरान महिलाएं साफ़-सफाई का विशेष ध्यान रखें।
४. टॉयलेट को साफ़ रखें।
५. पेशाब को ज्यादा देर तक न रोकें।
६. इन्फेक्शन के दौरान मीठी चीज़ों का सेवन न करें। इससे बैक्टीरिया तेजी से फैलने लगता है।
७. जूस का सेवन करते वक़्त उसमे किसी तरह की चीनी या शक्कर इत्यादि का इस्तेमाल न करें।
८. कॉफी के सेवन से बचें अन्यथा इससे जलन और भी ज्यादा हो सकती है।
९. शराब का सेवन करने से बचें।
पेशाब के इन्फेक्शन के दौरान पूछे जाने वाले प्रश्न – FAQs for urine infection symptoms in hindi
इसके लिए आपको रोजाना पानी का ज्यादा से ज्यादा सेवन करना चाहिए ताकि शरीर अच्छे से साफ़ हो सके। आप नारियल पानी के सेवन से भी इस समस्या को जड़ से ख़त्म कर सकते हैं।
शरीर में पानी की कमी होने, जननांगों की सफाई का ध्यान न रखना, पेशाब को ज्यादा रोकना, गंदे शौचालय का इस्तेमाल करना इत्यादि से पेशाब की नली में इन्फेक्शन होता है।
इन्फेक्शन बैक्टीरिया के द्वारा फैलाया जाता है और इसको ख़तम करने के लिए एंटीबैक्टेरियल दवाओं या औषधियों का इस्तेमाल करके किया जाता है।
उऋण इन्फेक्शन के दौरान लगभग 5 से 7 लीटर पानी का सेवन करना चाहिए ताकि शरीर की सफाई हो सके और बैक्टीरिया को पेशाब के जरिये बाहर निकाला जा सके।