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वसा कम करने के लिए आहार योजना क्या होनी चाहिए – What should be the fat loss diet plan
Fat loss diet plan: आजकल के समय में बहुत सारे लोग अपने स्वास्थ्य से परेशान हैं जिसका कारण उनका मोटापा बन चूका है। समय रहते उन्होंने अपने शरीर पर ध्यान नहीं दिया लेकिन अब बहुत दे हो चुकी है। अगर आप पहले से ही अपने शरीर पर ध्यान देते तो आपको इस तरह परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता। आपको घबराने की कोई आवश्यकता भी नहीं है क्योंकि इसको कम किया जा सकता है। वजन बढ़ाना या वजन घटाना यह सब मनुष्य के हाथ में ही होता है। आप जैसा चाहेंगे अपने शरीर के साथ वैसा कर सकते हैं। मोटापा ज्यादा होने कारण यह हमारी पर्सनालिटी को भी खराब कर देता है। हमें शर्मिंदगी महसूस होने लगती है और इसको कम करने के बारे में सोचने लगते हैं। हम आपको वो सब कुछ बताएँगे जिन बातों का ध्यान रखते हुए आप अपने मोटापे से छुटकारा पा सकते हैं।
बहुत से लोग अलग-अलग तरीके अपनाते हैं जिससे मोटापे से छुटकारा पा सकें। कुछ दवाइयों या सप्पलीमेंट का सेवन भी करने लगते हैं जिससे उनका मोटापा तो कुछ हद तक कम होता है लेकिन बाद में शरीर कई तरह की बिमारियों से घिर जाता है। इसलिए हमें इन दवाइयों और सप्पलीमेंट से हमेशा बचना चाहिए। आप प्राकृतिक तरीके से भी अपने मोटापे को कम कर सकते हैं जिससे आपके शरीर को भी कोई नुक्सान नहीं होगा। तो आइये जानते हैं कि किस तरह से हम अपने वजन को कम कर सकते हैं।
बेसल मेटाबोलिक रेट में सुधार करें
आपके शरीर में मोटापे के बढ़ने का सिर्फ एक ही कारण होता है और वो होता है BMR का धीमा पड़ जाना। अगर आप बेसल मेटाबोलिक के बारे में नहीं जानते तो हम आपको बताते हैं कि यह क्या होता है। जब हमारा शरीर और हम आराम की अवस्था में होते हैं तो उस समय हमारा शरीर कितनी कैलोरी को जलाता है उसको बेसल मेटाबोलिक रेट कहते हैं। अगर आप बहुत ही एक्टिव रहते हैं और दिनभर कुछ न कुछ करते रहते हैं तो आपका बेसल मेटाबोलिक रेट भी अच्छा हो सकता है। आप ज्यादा एक्टिव नहीं रहते हैं और ज्यादा कुछ काम भी नहीं होता है तो आपका मेटाबोलिज्म भी धीमा पड़ जाता है। इसके धीमा पड़ने के कारण शरीर कैलोरी का इस्तेमाल नहीं कर पाता और कैलोरी को फैट भण्डार में भरना शुरू कर देता है जिसको हम मोटापे के नाम से जानते हैं। लेकिन मेटाबोलिज्म या बेसल मेटाबोलिक रेट को ठीक किया जा सकता है जिससे यह जमा की हुई कैलोरी का भी इस्तेमाल करके आपके शरीर से मोटापे को ख़त्म कर देता है।
बेसल मेटाबोलिक रेट में आप सुधार कर सकते हैं उसके लिए आपको कुछ बातों का पालन करना पड़ेगा। आपको अपने पूरे दिन को इस तरह इस्तेमाल करना है जिससे आप हमेशा एक्टिव रहें। आपको रोजाना व्यायाम करना चाहिए जिससे शरीर जमा की हुई कैलोरी का इस्तेमाल ऊर्जा के रूप में कर सके। यह जरुरी नहीं है कि इसके लिए आपको जिम ही जाना है, आप घर पर या पार्क में भी व्यायाम कर सकते हैं। ऐसे बहुत सारे व्यायाम हैं जिनको आप घर पर कर सकते हैं। अगर आपके पास समय हो तो आप जिम भी जा सकते हैं। लेकिन व्यायाम के साथ आपको अणि डाइट का भी ध्यान रखना होगा। यही वो कारण है जिससे मोटापा आ भी सकता है और जा भी सकता है। अभी हम डाइट के बारे में बात करेंगे कि मेटाबोलिज्म को सही करने या फैट कम करने की क्या डाइट होनी चाहिए।
वसा कम करने के लिए आहार योजना – fat loss diet plan
वजन घटाने या बढ़ाने के लिए सबसे ज्यादा अहम किरदार नुट्रिशन का ही होता है। फिटनेस में 70 से 75 प्रतिशत योगदान आपकी डाइट होती है। इसलिए हम आपको बताएँगे कि अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो आपको किस तरह की डाइट का इस्तेमाल करना चाहिए।
प्रोटीन
चाहे आप वजन कम करना चाहते हैं या बढ़ाना चाहते हैं प्रोटीन की जरुरत तो हमेशा ही रहेगी। प्रोटीन हमारी मांसपेशियों के लिए बहुत आवश्यक होता है क्योंकि मांसपेशियों का निर्माण प्रोटीन से ही होता है। वजन कम करने के लिए प्रोटीन का आपकी डाइट में शामिल होना बहुत आवश्यक होता है। यह आपकी मांसपेशियों को कम होने से बचाता है। प्रोटीन के बहुत सारे स्त्रोत होते हैं लेकिन शाकाहारी व्यक्तियों के लिए प्रोटीन की कमी का सामना करना पड़ सकता है। माँसाहारी व्यक्तियों के लिए प्रोटीन के बहुत सारे साधन होते हैं।
माँसाहारी: अंडे, चिकन, मटन, मछली, बीफ, दूध, दहीं, पनीर इत्यादि।
शाकाहारी: अंकुरित दाल, अंकुरित मूंग, अंकुरित चने, राजमा, दूध, पनीर, दहीं, सोया, टोफू और सूखे मेवे इत्यादि।
कार्बोहइड्रेट
कार्बोहइड्रेट हमारे शरीर के लिए बहुत उपयोगी होते हैं क्योंकि कार्बोहइड्रेट की प्राथमिक भूमिका पूरे शरीर में मांसपेशियों को ऊर्जा प्रदान करना होता है। यह मस्तिष्क के लिए भी ऊर्जा का एकमात्र स्त्रोत होता है। इसकी पर्याप्त मात्रा प्रोटीन को ऊर्जा के लिए इस्तेमाल होने से बचाती है जिससे प्रोटीन मांसपेशियों की मरम्मत व वृद्धि के लिए कार्य कर सके।
कार्बोहइड्रेट 2 प्रकार के होते हैं – सरल और जटिल कार्बोहइड्रेट। आपको हमेशा जटिल कार्बोहइड्रेट का ही इस्तेमाल करना चाहिए। यह बहुत धीमी गति से पचते हैं और शरीर को काफी लम्बे समय तक ऊर्जा प्रदान करते रहते हैं। जटिल कार्बोहइड्रेट अनाज और सब्जियों में होते हैं जो फैट कम करने और मेटाबोलिज्म को बढ़ाने में मदद करते हैं। सरल कार्बोहइड्रेट मैदे या चीनी से बने उत्पादों को खा जाता है जो कि शरीर में फैट बढ़ाने का कार्य करते हैं। इसलिए आपको इनसे हमेशा बचने की आवश्यकता होती है।
फैट्स
बहुत सारे लोगों की यह गलत धारणा है कि फैटयुक्त आहार का सेवन करने से चर्बी बढ़ती है लेकिन यह सच नहीं है। फैट्स हमारे शरीर के लिए बहुत उपयोगी होते हैं क्योंकि यह हमारे शरीर में बहुत सारे कार्य करते हैं। यह हमारी नसों को मुलायम रखते हैं ताकि रक्त का प्रवाह अच्छे से बना रहे। इससे हमारी मांसपेशियों को लचीलापन प्रदान होता है जिससे वह अच्छे से काम कर सकें। इसके अलावा भी फैट्स के बहुत सारे काम होते हैं। इसलिए हमे अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए इनका इस्तेमाल करना बहुत जरुरी होता है। अगर आप चर्बी कम करना चाहते हैं तो आपको इनका इस्तेमाल थोड़ा कम करना होगा।
ग्रीन टी
ग्रीन टी का सेवन करने से भी चर्बी कम होने में बहुत सहायता मिलती है। इसमें ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो आपके शरीर के इम्यून स्यतेम और मेटाबोलिज्म को सही रखने में मदद करते हैं। यह आपको कई तरह की बिमारियों से भी बचाती है।
निष्कर्ष – Conclusion for fat loss diet plan
इन सभी बातों से यही निष्कर्ष निकलता है कि वजन कम करने के लिए सबसे पहले आपको अपने मेटाबोलिज्म को ठीक करना होगा। अगर मेटाबोलिज्म ठीक हो जाता है तो वजन एकदम से कम होने लगेगा। इसके लिए आपको व्यायाम और भोजन दोनों का ध्यान रखना होगा। यही आपको आपकी मंज़िल तक पहुंचाने में मदद करेंगे। वैसे तो बताने में बहुत सारे भोजन हैं लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अगर आप अच्छे तरीके से अपनी डाइट लेते हैं तो जल्दी ही चर्बी से छुटकारा मिल जायेगा।